ग्रामीण महिला उद्यमी (RWE) फैलोशिप वर्कशॉप | बहराइच, उत्तर प्रदेश

दिनांक: 24 /5 /2024 से 26 /5/ 2024
स्थान: बहराइच, उत्तर प्रदेश
अयोजक: सरजू फाउंडेशन और प्लसट्रस्ट

नमस्ते मैं शैलेश आपको बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि ग्रामीण महिला उद्यमी फैलोशिप वर्क शॉप उद्देश्यों के साथ पूर्ण व उत्साह पूर्वक संचालन की गई हैl जिसका संचालन अफाक जी सिम्मी जी और शैलेश के द्वारा किया गया जिसकी रिपोर्ट आपके साथ साझा कर रही हूंl

24/5/2024

परिचय सत्र🫂
आज सबसे पहले सभी साथी का परिचय करवाया गया कहां से आए हैं और क्या करते हैं इसके बारे में सभी साथी ने बताया उसके बाद सभी के दो दो प्यार बाते गए और प्यार के अनुसार एक दूसरे के बारे में जानने और समझने परिचय का मौका दिया गयाlउसके बाद में शैलेश के द्वारा एक गेम करवाया गया आप फल बनाा चाहते हैं तो कौन सा फल बनोगे और कौन से शहर में घूमने चाहोगे एक गेम करवाया गया l

(River of life) 🌅
सिम्मी जी के द्वारा मेडिटेशन करवाया गया जिसमें पिछले 5 सालों में अपने कैसा महसूस किया है क्या-क्या चुनौतियां आई हैंl उन चुनौतियों को कैसे पार किया हैl अभी अपने आप को कहां पर देख रहे हैंl इस तरह के निर्देश देते हुए मेडिटेशन करवाया गया मेडिटेशन करवाने के बाद शैलेश के द्वारा चर्चा शुरू की गई सभी साथी से पूछा गया आपको कैसा लगा कैसा महसूस हुआ गतिविधि को करते समय आपको कैसा लग रहा थाl अफाक जी के द्वारा चर्चा और आगे बढ़ाई गईl जिस पर काफी लंबी चर्चा हुई | सभी साथी ने 5 साल की यात्रा को चार्ट पेपर पर दर्शाया फिर दो-दो साथियों का ग्रुप बनाया गया और जो जीवन का नदी बनाया था सभी साथी ने उसको अपने साझा किया और उनका सुना 20 मिनट का समय सभी साथियों को दिया गया |
इसके अलावा सभी साथी ने अपने जीवन यात्रा के बारे में सभी साथी के सामने सभी ने प्रेजेंट किया प्रेजेंट करने के दौरान कई सारी बातें निकाल कर आई- 

1-अपने बारे में कभी सोचने का मौका नहीं मिलता है l
2- पिछली जिंदगी के बारे में याद आ रहा था l
3- river of life बनाने में काफी दुख भी हुआ और काफी खुशी भी मिलीl
4-जैसे नदी में पानी कम ज्यादा होता है वैसे हम लोगों की जिंदगी में उतार-चढ़ाव होता हैl
5-लाइफ में पहली बार ऐसा सोचने का मौका मिलाl
6-मुझे पहले बार मौका मिला अपने बारे में लिखने और सोचने का सभी साथी ने बतायाl साथियों की बातों में शैलेश ने जोड़ते हुए अपनी बातों को भी रखा l

और बताया गया कि जीवन में बहुत रुकावट आती हैl लेकिन आपको रास्ता निकालना हैl और रुकना नहीं है
सभी साथी अपनी अपनी जीवन की नदी सभी के सामने प्रेजेंट किया

उसके बाद में सभी साथियों ने लंच किया 🍱🧆

प्लसट्रस्ट के अनुभव को साझा करना🗣️
सिम्मी , शैलेश ,शुभी,उल्फत के द्वारा जब उनकी फैलोशिप हुई थीl फैलोशिप की दौरान कैसा लगा क्या सीख रही और प्लसट्रस्ट में जुड़ने के बाद उनके जीवन में क्या बदलाव आया है वह अनुभव साझा कियाl

मूल आधारित भाषा को लेकर ऑनलाइन सेशन (जुबान संभाल के) 📝
जुबान संभाल की अभिषेक के द्वारा सेशन लिया गया अभिषेक लखनऊ के रहने वाले युवा हैं और यह आमतौर पर हमारी भाषा ऐसी होनी चाहिए जो किसी की गरिमा को ठेस ना पहुंचाएं यह उसे पर संवाद के द्वारा एक समझ विकसित करते हैं अभिषेक गरिमा फैलोशिप के फेलो हैं और जो शैलेश के दोस्त है जिनके द्वारा प्रतिभागियों ने भाषा का उपयोग कैसे करते हैं इस पर सभी से बातचीत किया गया और एक बेहतर समझ विकसित की आमतौर हम हमेशा अपने लिए ब और दूसरों के लिए एक राय बनाकर रखते हैं और इसी संदर्भ में सेशन पर बातचीत की गईl
सेशन के बाद प्रतिभागियों से शैलेश के द्वारा सेशन कैसा लगा और क्या समझ बनी इस पर समीक्षा की गई और सभी ने अपनी अपनी बातों को रखा मूल्य आधारित भाषा कैसे होनी चाहिए इस पर सभी की समझ विकसित हुईl

Five finger activity 🖐
शैलेश जी के द्वाराफाइव फिंगर एक्टिविटी करवाई गई जिसमें शैलेश जी के द्वारा चर्चा शुरू की गई कि हमारे अंदर कौशल, पसंद, ना पसंद, ताकत, कमजोरी, सब होती है और हाथ के पंजों से निर्देश देते हुए फिर उसे पर बातचीत शुरू की कि हमें इसको पहचान की जरूरत है और अगर हम अपनी ताकत को पहचान ले और कमजोरी पर कार्य करना शुरू करते तो हम एक बेहतर इंसान बन सकते हैं और इन सारी चीजों को समझने के बाद हम अपने आप को समझ के मुट्ठी बंद करके एक ताकतवर इंसान बन सकते हैं इस तरीके की बातचीत को साझा करते हुए प्रतिभागियों को फाइव फिंगर एक्टिविटी पर्चा देते हुए समझ बनाई गई और और अपने को पहचान और समझने के लिए पांच बिंदुओं पर लिखने को कहां गया

1 -ताकत
2-क्या हासिल करना चाहती हैंl
3- कौशल और योग्यताl
4- नापसंद
5- कमजोरी
अफाक जी के द्वारा सभी साथियों ने इसको समझते हुए अपने आप को पहचानते हुए इसके बारे में लिखा और बारी-बारी से सभी ने साझा किया अपने कमजोरी पर काम करने के बारे में बात रखी और अपनी ताकत को पहचान कर आगे बढ़ाने के बारे में सोचा

🛺 एक्सपोजर विजिट
एक्सपोजर विजिट के लिए आगा खान फाउंडेशन के द्वारा कैरी बैग प्रोडक्ट को बनते हुए और बजट को समझने के लिए सभी प्रतिभागियों को वहां पर जाने के लिए सूचना दी गई और निर्देश दिए गए कि वहां पर आप जाकर क्या देखेंगे और क्या करेंगे जिसके लिए दो ग्रुप बनाए गए परंतु जाने से पहले वहां से कॉल आई और वहां पर होने वाली विजिट को आपातकालीन रोकना पड़ा क्योंकि उसे दिन उनकी कुछ व्यक्तिगत आवश्यकता के कारण वह विजिट करने को तैयार नहीं हुए | 

फिर शैलेश जी के द्वारा 4 ग्रुप बनाया गया और बताया गया कि आप लोगों को 4 लोकल मार्केट में जाकर वहां की स्थिति बजट और किस तरह के प्रोडक्ट है इस पर ऑब्जरवेशन करना है जिसके लिए समूह में कुछ सवाल दिए गएl

1 महिलाओं के बने हुए प्रोडक्ट बाजार में उपलब्ध है या नहीं ?
2 क्या महिलाओं के लिए मार्केट में स्पेस है ?
3 मार्केट में आने वाले प्रोडक्ट कहां से आते हैं, क्या प्रक्रिया हैं ?
4 छोटी और बड़ी दुकानों में क्या अंतर है ?

25/5/2024 दूसरा दिन

पहले दिन का रिफ्लेक्शन और फील्ड विजिट के संबंध में चर्चा
शैलेश जी के द्वारा एक्टिविटी से सेशन की शुरुआत की गई, सहयोगी साथी गीता जी के द्वारा एक गीत करवाया गया | गीत करवाने के बाद में जो 4 ग्रुप मार्केट में गए थे, उनके द्वारा चार्ट पेपर पर जो मार्केट उन्होंने अवलोकन किया | उन्होंने जो समझ बनाई और बातचीत की उसको सभी साथी ने चार्ट पेपर पर लिखा जिसके लिए सभी साथी को 20 मिनट का टाइम दिया गया l दिए गए सवालों के आधार पर उन्होंने वहां की अवलोकन प्रक्रिया लिखने और प्रस्तुति के बारे में बताया गया | निर्देश दिए गए की प्रस्तुति लिखकर या रोल प्ले के माध्यम से भी कर सकते हैंl

सभी साथी ने अपने ग्रुप के साथ प्रेजेंटेशन किया जो फील्ड विजिट के दौरान दिखा | जिसमें महिलाओं द्वारा प्रोडक्ट बना दिखा, कई साथियों ने चार्ट पेपर पर बनाकर प्रस्तुति किया और कई साथियों ने जिससे बातचीत की थी उनके आपबीती को भी बताया | महिलाओं से बात करने पर कई सारे सवाल निकाल कर आए |  

सभी साथियों के साथ लंच किया गयाl🍱🍱

लंच करने के बाद रीना जी के द्वारा एक गीत हुआ और फिर इस गीत का क्या मतलब थाl इस पर बातचीत हुआ और फिर प्लसट्रस्ट के कार्य से जुड़ी हुई शॉर्ट मूवी दिखाई गई जो महिलाएं और किशोरियों पहले प्लसट्रस्ट में कार्य कर चुकी हैं l उन महिला और किशोरियों की क्या सीख रही, कैसे आगे बढ़ी और अभी तक कैसे क्या कार्य कर रही हैl इसके बारे में सभी प्रतिभागियों की समझ बनाई गईl

ऑनलाइन संवाद प्लस ट्रस्ट की ट्रस्टी के साथ💻
ललिता जी के साथ यह फेलोशिप क्यों ? इस कार्यक्रम को वह किस तरह देखते हैंl

उसके बाद में ललिताआंटी के द्वारा सभी साथियों का आइडिया और प्लान सुना गया और 6 महीने के बाद तुम लोगों का कैसा काम रहेगा उसके बारे में क्या सोच रहे हो और बहुत सारी बातचीत हुई | 
ललिता मैंम सभी को बेहतर तरीके से काम करने के बारे में रास्ते बताएं और अपनी सोच और विचार शुरू से ही कैसे रखते हैं इस पर सभी प्रतिभागियों को इनपुट दिए सभी प्रतिभागियों द्वारा कुछ-कुछ सवाल भी पूछे गए जिसका बहुत सहज रूप से उन्होंने जवाब दिया और सभी साथियों से बारी-बारी से बातचीत की यह ऑनलाइन संवाद में उन्होंने प्लसट्रस्ट फैलोशिप की क्या उद्देश्य हैं और यह भविष्य में किस तरह से आगे जा सकती हैl इस पर सभी साथियों से संवाद कियाl

कार्य योजना बनाने पर चर्चा📝
शैलेश जी और सिमीमी जी के द्वारा बजट बनाने पर सभी साथी से बातचीत हुई सभी साथी को बताया गया कि आप लोग 6 महीने में कैसे अपना बजट बनाएंगे इस पर सभी साथी से बातचीत किया गया और बजट बनाने का कार्य दिया गया जिसमें कार्य योजना और बजट बनाने की प्रक्रिया में कुछ बिंदुओं के आधार पर वे समझ सकते हैं और कार्य योजना को बना सकते हैं जो इस प्रकार बताएl और उनको बजट और कार्य योजना बनाने के लिए रात्रि का कार्य दिया गया

  • क्या
  • कब
  • क्यों
  • कैसे

26/5/2024 तीसरा दिन
पूर्व के दिन पर चर्चा और अपने परिवेश पर संवाद🗣️
हर एक प्रतिभागी के लिए यह दो दिन कैसा रहा और उनको कैसे अपने कामों में जोड़कर देख रहे हैं
सभी साथी के साथ रीकैप करवाया गया | 2 दिन में आप लोगों को क्या अच्छा लगा, क्या समझ बनी, इसके बारे में सभी साथी ने पूर्व दिन पर अपने-अपने समझ को साझा किया |  साथियों के द्वारा बहुत सारे सवाल निकल कर आए |
जैसे – नदी परवाह
फाइव फिंगर एक्टिविटी
अपने बारे में जानने को मिला बजट कैसे बनता है lइसके बारे में पता चला इन जैसे मुद्दों पर बातचीत हुईl

ऑनलाइन संवाद टोली संस्था के साथ महावारी स्वच्छता पर👩⚕
ज्योति जी टोली संस्था के कार्य करता है जो महिलाओं के लीगल मुद्दे और स्वास्थ्य को लेकर कार्य करती हैं जिनके द्वारा माहवारी स्वच्छता को लेकर 2 घंटे का सेशन करवाया गया, जिसमें कई सवाल पूछा गया

*हम जब बड़े होते तो हमारे अंदर क्या बदलाव आता हैl
*माहवारी कितने दिन रहता हैl
*पैड का इस्तेमाल कैसे करते है| कपड़ा और पैड में क्या फर्क है इसके बारे में बताया गया
*इसके अलावा पीरियड्स के दौरान कैसा महसूस होता है इसके बारे में बताया गया
ऑनलाइन सेशन खत्म होने के बाद शैलेश ने सेशन को समेटा और बड़ी-बड़ी सभी से उनकी क्या समझ बनी क्या सीख बनी स्वास्थ्य के प्रति वह कैसी राय रखते हैं इस पर संवाद किया गयाl

सभी साथियों के साथ भोजन किया गया🍱

उसके बाद में सभी साथी ने अपनी कार्य योजना और बजट प्रस्तुत किया सभी ने बड़ी-बड़ी प्रेजेंटेशन किया और सभी के बनाए गए कार्य योजना और बजट के दौरान शैलेश के द्वारा सवालों के आधार पर संवाद की प्रक्रिया जारी रही | मार्केटिंग से कैसे जोड़ पाएंगे?,  आगे 6 महीने में इसको आप कहां देख रहे हैं?,  अभी कितना शुरू हो पाया है ?, और क्या इसके पहले इसको करने की कोशिश की है?,  और भी इस तरह के कई सवाल जोड़ते हुए संवाद के साथ-साथ प्रेजेंटेशन किया गया |

मूल प्रस्ताव पर चर्चा
संवाद और अपने प्रस्ताव का पुनः अवलोकन करें अगर आपके 3 दिन की वर्कशॉप में जुड़ने के बाद विचार यह आइडिया में कोई और बदलाव आया है तो उसको जोड़ सकते हैं, इस तरह पिछले तीन दिन के कार्य को देखते हुए सभी साथियों के साथ चर्चा की गई 3 दिन में क्या अवलोकन किया, उनका क्या रिफ्लेक्शन रहा अपने कार्य के प्रति, अपने कार्य योजना के प्रति उनके दिए गए आइडिया पर अगर वह कुछ और सोच रहे हैं, कुछ बदलाव हो रहा है तो वह उसको जोड़ते हुए आगे बढ़ सकते हैं, इस तरह से उन्हें समझ बनाई गई, उनके बजट और कार्य योजना को लेकर | अपने प्रपोजल को और बेहतर कैसे कर सकते हैं लिखने की प्रक्रिया पर भी बातचीत की गई और जो हमने बिंदु दिए हैं उन पर ध्यान केंद्रित करके प्रपोजल को बनाना है इस पर उनको निर्देश दिए गए | 

कार्य योजना विकास करना✊✊

अपनी कार्य योजना बनाते हुए उसकी समूह के साथ साझा करना है और एक दूसरे से चर्चा के लिए संवाद करना है इस पर सभी प्रतिभागियों को निर्देश दिए गए और आने वाली 15 तारीख तक अपने फाइनल प्रपोजल को भेज देने की लिए सूचना दी गईl

🙏 फीडबैक सत्र
सभी साथियों के द्वारा फीडबैक सत्र किया गया जिसमें सभी को खुला मंच दिया गया कि वह हमें अगली बार और बेहतर क्या हो सकता है इसके लिए सुझाव दे सकते हैं और इस बार आपको क्या बेहतर लगा क्या तकलीफ महसूस हुई उसके लिए हम अगली बार सुधार करेंगे इसके लिए वह फीडबैक दे सकते हैं सभी साथियों ने वर्कशॉप के अंतर्गत फीडबैक दिए

  1. मुझे पहली बार ऐसी वर्कशॉप में आने का मौका मिला
  2. अपनी कार्य योजना पर खुद से सोने और समझना का मौका मिला
  3. सभी साथियों का व्यवहार अच्छा लगा
  4.  गर्मी बहुत थी
  5. प्लस ट्रस्ट को मेरी तरफ से धन्यवाद दीजिएगा
  6. ललित आंटी की बात बहुत अच्छी लग
  7. माहवारी के बारे में काफी कुछ पता चला
  8. हमारे सपनों को लेकर यहां पर पहली बार किसी ने पूछा

इस तरह के अनेक फीडबैक हमें वर्कशॉप को समापन करते हुए मिले | उसके बाद में सभी साथी के साथ एक छोटा सा गीत करवाया गया और फिर सभी साथी को सर्टिफिकेट दिया गया | शैलेश जी के द्वारा लास्ट में एक गेम करवाया गया
और लोकगीत के साथ वर्कशॉप का समापन किया गया l

Udaipur Workshop Report for 2017

In 2017, plus trust received more than 100 fellowship applications out of which twenty candidates got selected for a four days workshop on self-learning and development in Udaipur. This Workshop aimed to introduce the candidates to new ideas and concepts in the field of education and provide them an opportunity to interact with people working in the same field and support them to develop their initial ideas into a sustainable project.

Please follow the link below to read the full report.
UDAIPUR WORKSHOP REPORT 2017

2016 Plustrust Retreat for Rural Women Edupreneurs

Anand Bhavan in Udaipur was the picturesque setting for our workshop. The organising team, Smriti Kedia and Charu Bhatti , felt privileged to receive over 70 applications. They identified 18 potential fellows after a rigorous screening, including four young women from Madhya Pradesh and one from Uttar Pradesh besides 14 women from South Rajasthan .

Beginning with games and activities, participants actively engaged in discussions and activities to understand different approaches, differentiating clearly between charity, service delivery and enterprise. The field visits to NGOs in education and Animal Aid and the heritage walk to Udaipur city were exciting experiences and group members. Aided by the though provoking session form Ms Lakshmi Murthy, activists Ms. Manju , Ms. Sumitra and Ms Rukmini IAS, they wrestled with their project ideas to come up with specific goals

Facilitating Learning

 

2015

Hosting an IDEX Fellow

ranjithaMs.Ranjita Sapkota, IDEX fellow joined us for a six month internship (January-July 2015). With energy and enthusiasm she worked to build the 2015 batch of fellows. She went ahead with research on the supply chain for Mid- day Meal Scheme in Ramnagara. We are indeed very grateful to Ranjita for her hard work and creative contribution. We are proud of her excellent performance as in her Masters Programme with TERI University and her subsequent selection as a Karnali Fellow in Nepal. Our best wishes to her as she returns to Nepal to find her calling.

 

Plustrust Retreats, May 2015 and May 2014 .

We had 25 enthusiastic young friends in our workshop in May 2015. They were keen to visualize their idea for social change or innovation and plan for a pilot-run of their idea. We were fortunate to have eminent resource persons like V.Sridhar (Renga Foundation), Meenakshi Vijayasimha (Advaya Humanistic Systems), Pankaj Khabiya (Ethik), Kavitha Krishnamurthy (Kilikili founder and Ashoka Fellow), Olina Banerji (Ashoka Foundation) ,Nimesh Sumati (Caring Friends), Tito Chandy(Third Umpire, Notforprofit India) and Shalini Menon (Educators’ Collective). Ashweetha, Abhijit , Kausheik and Shruthi shared their experiences as fellowship holders and 10 fellowships have been awarded. (link to fellowships page ). This workshop was modeled on the first such workshop we organized in May 2014 with 16 particiapnts. The impact of the workshop was seen in the fellowships proposals that emerged .

FGD Methodology for Naandi Foundation

In February 2015, Naandi Foundation invited us to conduct a workshop as part of planning for a nation-wide survey of adolescent girls. The Naandi team experimented with FGD questions and tested it with three representative groups. Feedback through video films of these FGDs offered powerful moments of learning.

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Practice session in Progress

AWARENESS ON ANIMAL WELFARE

2013

Jeevan Utsav

We organised a Jeevan Utsav in Itarsi on 4th and 5th August 2013 with help from our fellows there. It was a platform for connecting and networking for the 70 participants. Dairy farmers, people running Ghoshalas, Government veterinary doctors, activists working with dogs came together under one roof and deliberated together on animal welfare.

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Jeevan Utsav Workshop Udaipur

 

 

Policy & Research

2015

MResearch on Midd ay Meal (MDM) Scheme Vision for Reform of 

Visioning for the Knowledge Mission in AP

ranjithaRanjita Sapkota ,while on her internship with Plustrust, unraveled the supply chain for the major inputs in the Mid-day Meal Scheme up to the Taluk level taking Padma’s support to deal with language barriers. She presented this work at on Plustrust Day and has based her M A dissertation on this.

Vision Document for Reform in Higher Education 

In March-April 2015, Plustrust partnered with the Department of Higher Education in Andhra Pradesh to develop the vision statement and constitute the advisory body for the Knowledge Mission of AP. Shanti Yeachuri worked on the project for three months for constituting and convening the advisory and executive groups. Lalitha Iyer worked on the early drafts of the vision statement and facilitated consultations within and across stakeholders. It was a proud moment for us when Plustrust was named a knowledge partner for GoAP. http://www.knowledgemission.ap.gov.in/docs/AP_Knowledge_Mission_16-06-15.PDF

2014

Assessment of Govt. Primary Schools in Kuppam, A.P

Kuppam

In September 2014 we were invited to study Government Primary Schools in Kuppam Mandal of Andhra Pradesh to map the potemtial available for upgrading and improving the institutions. Padma managed the field research with a local team of research scholars from the Dravidian University.

2013

Towards Gender Responsive Banking in India

gender-sensitive-banking

Lalitha Iyer led the research team for studying and recommending tools to analyze gender responsiveness in Banking policies in India for UN Women and she presented the report at a conference in December 2015.

2011-2012

Self Assessment Process For Gurukulam Schools

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We were invited by UNICEF to offer technical support to the Gurukulam Society (set up by the Tribal welfare Department in AP ) to develop a self assessment process in their schools. Plustrust worked with a core group from Gurukulam to develop the approach and visited fifteen schools to pilot the process designed.

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Monkeys at the Mydukuru KGBV – menace for adults and friends for the children !

The team members from Plustrust were mainly friends of Sukanya –Mr. B Subbarao, Mr Ali Asghar, Ms.Pradnya Keskar, Ms, Padma, Ms Madhurima Malladeb, Ms. Mamta Uppidi and Dr. Lalitha Iyer and the field trips were fun indeed.

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Collaborations & Partnerships

Collaborations & Partnerships

1. Inclusive Education – Documenting the Anand Bharati Method

Ananda Bharati was started on the 25th of June  by the Late Mrs. Janaki Iyer and Smt Baghyalakshmi Suresh for working  girls between 5-15 years, who have been denied the access to schooling. It functions only in the afternoon. The hallmark of the school is the sustained practice  sensitive and of inclusive approaches in the class room.

Plustrust will be documenting key process in  Anand Bharati to make them available for wider replication.

2. Positive Education Programme

Centre for Development and Research(CDR) is an organization working for the development of the tribal communities in Andhra Pradesh since 1989. CDR works on community health, women’s empowerment and education of the tribal community. It now runs pre-schools in four districts in tribal dominated areas .

Plustrust will work closely with the CDR system on incorporating methods of positive education through workshops for teachers and teacher trainers.

3. Makkala Jagriti

 Makkala Jagriti (literally means – Awakening of Children) founded in 2003, is a non-governmental organisation (NGO) that seeks to create a holistic learning environment for emotionally and economically deprived children. Makkala Jagriti’s, mission is to make a positive difference to a child’s quality of learning and development. Makkala Jagriti brings together a diverse group of people, committed to this shared purpose.

Plustrust’s work with Makkala Jagriti will involve working with the parents through the School Development and Management Committees (SDMCs) in the five government schools that Makkala Jagriti already works in. Plustrust will work towards better clarity of the roles and responsibilities of the SDMCs and also strengthening of the existing SDMCs

4. Gurukulam schools

The Gurukulam schools in AP have pioneered in providing good quality residential school education to children from Adivasi and tribal communities over the years. The Gurukulam Society is now exploring ways to reinvent itself in today’s context and the deeper understanding now available about education for such children from vulnerable and marginalized backgrounds.

Plustrust was invited by UNICEF and APTWREIS (Gurukulam) to conduct a self- assessment process of the schools to study the current functioning of hostels/residential schools in terms of the provisioning and quality of operations, human resources, to study perceptions of students, parents, teachers and other stakeholders on functioning and identify gaps and suggestions for changing the situation, to study the impact of such provisioning on educational experience and outcomes and to create an environment for critical reflection and organizational learning among the departments that manage these institutions.

5. Kilikili

Kilikili – which in Kannada means the warbling laughter of a child – is a registered Trust, formed by parents of children with special needs, driven by volunteers and supported by professionals, that aims to create inclusive play spaces that will be accessible to all children, regardless of their ability.

Plustrust has supported Kilikili with a staff to oversee the work in Coles park with respect to inclusive play. Now, Plustrust and Kilikili are in discussions to work more closely with parents and caregivers of children with autism. Plustrust is planning to conduct workshops through a popular community education tool called Theatre of the Oppressed.

Past Activities (Old)

Fellowships

Two fellowships have been processed recently. Abhijit Sinha from Indiranagar, Bangalore has initiated his startup called the Makerspace in Banjarpalya where he has set up self-sustained learning centers equipped with computers, internet and simple prototyping tools to help people build projects, run within communities.

Kaushiek Pranoo and Shruti Thariyal are working on their project “Rela” to engage children from Adivasi Community by centering education on their traditions and everyday lives.  They are working to improve the adivasi communities. They strive to strengthen the community within its own roots by facilitating women, youth and children.

July 2014 – December 2014

Asweetha Shetty from Tirunelveli, TN, has set up ‘Bodhi tree’ in Tirunelveli, where she helps build capacities of rural youth alongside connecting them to appropriate income generating opportunities.

Manoj Rathore from Itarsi applied for the second phase of his bird conservation project in Madhya Pradesh and was selected for a fellowship too. He has worked on his project of providing water and shade to birds on roof tops to help them survive the heat of summer with the help of community volunteers who host bird shelters on their rooftops.

April 2013 –October 2014

Our Schools Our future

The film ‘Our Schools , Our future” was completed in September 2013. We shared it with those engaged in the education sector and interested in it. We find that there is growing interest in working with SDMCs. The film captured the good examples of SDMC work through video documenting by children in collaboration with Centre for Child and Law in Karnataka.


Our School Our Future by plustrust
A screening of the film was organised on the Plustrust day (May 7th 2014) at Bangalore.

Jeevan Utsav

We organised a Jeevan Utsav in Itarsi on 4th and 5th August 2013 with help from our fellows there. It was a platform for connecting and networking for the 70 participants. Dairy farmers, people running Ghoshalas, Government veterinary doctors, activists working with dogs came together under one roof and deliberated together on animal welfare.

Fellows workshop and the Plustrust day

The highlight of the year was a 3 day long ‘Fellows Workshop’ organized in May 2014 along with the Plustrust day celebration fulfilling the long standing desire of our fellows to come together. It turned out to be a very interesting group of 16 people with Plustrust fellows, young people on the threshold of testing out their ideas and professionals in social work sector participating. The impact of the workshop was seen in participants now working to concretize some of their ideas and even applying to us for fellowship.

Fellowships

Two fellowships have been processed in the phase. Asweetha Shetty from Tirunelveli, TN, has initiated her startup called the Bodhi tree where she helps build capacities of rural youth alongside connecting them to appropriate income generating opportunities.  Manoj Rathore, an existing plustrust fellow applied for the second phase of his bird conservation project in Madhya Pradesh and was selected for a fellowship too.

October 2012-March 2013

Post-conflict Livelihood Skill Enhancement (Masonry) in Kokrajhar, Assam

Shri John Daimalu  Basumatary, a Social entrepreneur trained in TISS Mumbai  from Kokrajhar Assam, works to  upgrade skills of the Masons from refugee camps in Kokrajhar.. An NGO – Thulunga has been formed and a 2 day orientation programme for the masons conducted.Earlier John was supported with a Plustrust fellowship to work on vocational education for village youth. When the conflict exploded in Kokrajhar  he was one of the early relief workers to reach the camps and he approached us with his idea. In view of the extraordinary situation, we have extended the fellowship upto March 2013.

Vasundhara –A Project For Welfare Of Stray and Street Dogs In Itarsi

Ayesha Pathan with a Masters degree in Sociology from Barkatuallaha University,Bhopal has been working in the social development sector for last 12 years. Her passion is to work with Stray dogs in Itarsi town. As part of her work she has completed her baseline in Itarsi town on stray dogs.

The current project will focus on treatment of dogs, sensitize people towards need to take care of  dogs conduct anti-rabies and neuter camp for dogs in Itarsi town.

June 2011 – April 2012

Fellowships

Promoting a Youth Collective for Vocational Education in Assam

Shri John Daimalu  Basumatary, a Social entrepreneur trained in TISS Mumbai and hailing  from KokrajharAssamwas supported for his work with the young people of  Kakrabari village in Dadgiri. The  young people in this remote area do not have access to vocational training and this project is an effort to build skills for local livelihoods. A society MEHER has been registered and training in electrical work, carpentry, and organic farming have been so far organised. It has also helped John to assess the scope for further work and join hands with others engaged in similar efforts in the region. Dr Anjali Daimari has been associated with this project as advisor.

Teaching Western Music To Children In A Rural School

Vinit Alurkar, a  musician  and teacher of western music organised a music camp for the children of Senapati Bapat School-Male,Mulshi near Pune. We supported this experiment to encourage rural school children and build their confidence in using English by teaching them western music which they do not have regular access to. The children enjoyed the camp tremendously and Vinit now has plans do this more often.

Youth Engagement  in Local Governance in Dandakranya

Ms. Tejaswini Madabhushi, a follower of Gandhian ideals and working for peace in Dandakaranya  is working to spread the notion of Gram Swaraj in Dandakranya through facilitating Youth Engagement  in Local Governance. She has been able to mobilise several like minded people to come together to campaign for gram Swaraj and interest youth in the area in adopting Gandhian ideals.

July 2010 – June 2011

Fellowships

Bharat Calling, Itarsi

Sandeep Mehto from Itarsi works in Kesla block to link bright students from remote villages to opportunities for higher education. Currently 75 children are receiving coaching and preparation for entry to good higher education institutions. This is based on an earlier summer project he took up as a studen tof TISS.

Varnamaya, Chennai
Bhuvanesware B G a trained professional in Art Based Therapy (ABT) uses her expertise to enable women and children from disturbed homes to explore emotions and deal with their emotions better through her project, Varnamaya. She explained these methods and their impact on children from difficult family situations and socio- economic background. She is now setting up a centre in Chennai to extend her work further.

Samabhava, Bangalore
Sandesh Raju of Samabhava spoke of his work to improve the lives of working animals like ponies and donkeys in the city. It became clear that these animals are indeed playing an important role in the city even today. They suffer from lack of adequate health care services. The owners themselves are poor and the veterinarians are not taught to care for equines. He is planning to build his organisation and Plustrust hopes to help him in planning for such expansion.

Caring Hands for Animals, Hyderabad
This is new organisation set up by three committed women, Padmaja ,Priyanka and Vani. They have been working to improve the plight of z“animals in the corporation pounds in Hyderabad. They are now hoping to mange a facility in the animal husbandry department in Hyderabad. Plustrust hopes to help the work.

January 2010 – July 2010

Shelter for Abandoned Pets in Chennai
Shri B Ashok is an animal rights activist based in Chennai and has dedicated his life to this cause. In his experience, many people abandon pets because of personal circumstances and these pets have great difficulty surviving on the streets. He has established Eden Gardens, a small shelter for abandoned pets in Chennai. Plustrust has part supported the construction of a shed and met the rent and the cost of a veterinarian’s presence to tend to such animals from January to July 2010. We are now dialoguing with him on how he would like to stabilise this initiative and take this further.
We propose to begin our work on animal welfare in Hyderabad by working on a directory of services available for care and emergency support for animals in the twin cities.

Self Assessment Process For Gurukulam Schools
We were invited by UNICEF to offer technical support to the Gurukulam Society (set up by the Tribal welfare Department in AP ) to develop a self assessment process in their schools. Plustrust worked with a core group from Gurukulam to develop the approach and visited fifteen schools to pilot the process designed. The team members from Plustrust were mainly friends of Sukanya –Mr. B Subbarao, Mr Ali Asghar, Ms.Pradnya Keskar, Ms, Padma, Ms Madhurima Malladeb, Ms. Mamta Uppidi and Dr. Lalitha Iyer and the field trips were fun indeed.
A questionnaire has been developed and we plan to test it further and use it to stimulate dialogue on inclusive education. We hope to build on this experience and work more for the tribal welfare schools.

Inclusive Play
We are collaborating with www.kilikili.org to explore integration and inclusion for children with special needs. We hope to have several consultations involving parents teachers and special educators between July and October 2010.

Scholarships and Educational Support
We have continued our scholarships fro Kinthu, Swapna and Sai.

October 2009 – October 2010

Plustrust is keen to support initiatives and projects on:

  • Shelter and protection of stray animals, particularly dogs
  • Experiments on inclusive education and integrated schooling for children with special needs or different abilities

The support could include fellowships to develop a project proposal, guidance in starting off, mentoring and project management support if needed. Please write to us or call us if these themes rings a bell for you. The guidelines for the fellowship can be downloaded here.

October 2008 – October 2009

Platform 8

A short documentary of the life of children on railway platforms and the work of NGOs on platforms. Plustrust encouraged and guided Ms Padma in developing and directing this documentary. A small grant was also offered. The film was mainly funded by Sathi Bangalore.

Skill training for children

Monthly stipends and honoraria were offered for teachers offering skill training in different institutions providing care or shelter for children in difficult circumstances.

Scholarships

Some children in need of educational support have been offered scholarship.